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 My Introduction 

मेरा नाम रीता शर्मा है l मैं भरतपुर राजस्थान की रहने वाली हूँ l मैं बहुत ही साधारण से परिवार में पली बड़ी हूँ l मेरी शादी आगरा उत्तरप्रदेश में हुई है, लेकिन मैं भरतपुर के पास एक छोटा सा शहर है मैं वही एक B.Ed कॉलेज में job करती हूँ l मेरा बहुत ही छोटा सा परिवार है परिवार में मेरे पति और मेरा 8 साल का एक बेटा है जो 3rd Stadard की पढाई कर रहा है l मेरे पति एक कंपनी में store Incharge हैं l मेरे पति और बेटे के अलावा घर में मेरे सास – ससुर और मेरे देवर की भी Family है l  मैं कॉलेज job के साथ – साथ डिजिटल मार्केटिंग भी सीख रही हूँ और लोगो को भी सिखा रही हूँ l मेरे पिछले कुछ दिन बड़े दुःख और कष्ट में व्यतीत हुए हैं लेकिन जब से मैंने अपनी लाइफ को change करने के लिए सीखना start किया है तब से मैंने अभी लाइफ में बहुत ही ज्यादा Impiment किया है l आज मैं job के साथ – साथ अपना घर और side Bussines दोनों को बहुत अच्छे से संभाल रही हूँ l 

जैसी मेरी Life 2020 तक थी मैं वैसी Life किसी और महिला की नही चाहती हूँ l 

मेरा उद्धेश्य हर महिला को सक्षम बनाना है l और मुझे विश्वास है मैं कहीं तक अपने Mission को पूरा करने में कामयाब रहूंगी l 

Motivation Story

एक बार एक किसान था वो बहुत ही ज्यादा गरीब और ईमानदार था , वो अपने घर का खर्चा दूध और घी बेच कर चलाता था l  एक दिन वह एक दुकानदार से कुछ सामान अपने घर के लिए दुकान पर गया l लेकिन वो दुकानदार बहुत ही बेईमान था l किसान ने जितना भी  सामान ख़रीदा दुकानदार ने सब सामान में से 100 ग्राम सामान किसान को कम दिया l जैसे ही किसान दुकान से सामान लेकर जाने लगा तभी दुकानदार ने किसान को रोकते हुए पूछा की तुम क्या बेचते हो l तो किसान ने मुस्करा कर दुकानदार को जबाब दिया साहब मैं तो घी तो दूध बेचता हूँ उसी से मेरे घर का खर्चा चलता है l तभी दुकानदार ने किसान से कहा – यदि तुम घी बेचते हो तो क्यूँ न तुम मेरे लिए रोजाना एक किलो घी ले आया करो l किसान ने मुस्क्कुराते हुए हां में अपना सिर हिला दिया  और वंहा से चला गया l 

किसान दूसरे दिन  दुकानदान  के लिए घी लेकर पहुच गया l  दुकानदार ने घी लेकर किसान को पैसे दे दिए और किसान एक किलो चीनी खरीद कर अपने घर चला गया l किसान रोजना घी लाकर दुकानदार को देकर अपने लिए कुछ न कुछ सामान खरीद कर ले जाता l 

एक दिन दुकानदार के दिमाग में आया की क्यूँ न इस किसान के घी को तौल कर क्यूँ न देखा जाये, कही ये कम घी तो नही लता है l दुकानदार ने तुरंत ही घी का पैकेट निकाला और उसे तौलने लग गया l दुकानदार ने देखा की घी तो 100 ग्राम कम है तब दुकानदार को किसान पर बहुत गुस्सा आया और वो गुस्से में तिलमिलाया हुआ किसान का इंतजार करने लगा l तभी दूर से आता हुआ किसान दुकानदार को दिखाई दिया और दुकानदार तुरंत ही दुकान के बहार आकर खड़ा हो गया और किसान के आते ही उस पर बरस पड़ा और कहने लगा तुमने साथ विश्वास घाट किया है तुमने मुझे लूटा है , एक किलो घी कहकर तुमने केवल 900  ग्राम घी ही मुझे आज तक दिया है l बताओ तुमने ऐसा क्यूँ किया l तभी किसान ने हाथ जोड़ते हुए दुकानदार से कहा साहबजी आप कैसी बात कर रहे हो घी कम होने का तो सवाल ही पैदा नही होता है , मैं तो हमेशा आपके द्वारा तौले गये सामान से ही घी तौल कर लाता हूँ l भला घी कम कैसे हो सकता है l साहबजी मेरे पास तो बाँट ही नही है इसलिए मैं आपके सामान से ही बराबर घी तौल कर ले आता हूँ l 

ये सुनकर दुकानदार की आँखे शर्म से झुक गई l 

सन्देश – जैसा करोगे वैसा भरोगे l   

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